वाद विवाद के सभा का एक स्व-निहित खंड हैं, जो "आशु भाषण" खंड की तरह हैं। सभा प्रमुख वाद विवाद मध्यस्त को मंच पर बुलाते हैं, जो वहाँ से वाद विवाद के अंत तक नेतृत्व करेंगे, उसके बाद मंच पर सभा प्रमुख को वापस बुलाया जाएगा।
यदि वाद विवाद अनुभाग एक रोज़ाना होनेवाले सभा में अंतर्निहित हैं, तो यह क्लब के विपीई पर निर्भर हैं की वह इसे कहाँ रखे। हालाँकि, हम इसे तैयार भाषणों के बाद होने की सलाह देते हैं (क्योंकि वक्ता आमतौर पर बैचेन हुए होते हैं और जल्द से जल्द भाषण समाप्त करना चाहते हैं), और "आशु भाषण" के पहले या बदले में (यदि वाद विवाद पहले किया जाता हैं, तो आशु भाषण का अनुभाग वाद विवाद में जो कुछ भी हुआ हैं उसका उपयोग प्रश्नों के लिए प्रेरणा स्त्रोत के रूप में कर सकता हैं)।
विपीई सभा को आवंटित करने के लिए समय की मात्रा तय करता हैं, जो ४० मिनट से कम नहीं हो सकता हैं, और क्या वाद विवाद "पारंपरिक" सभा के दौरान होगी या यह केवल वाद विवाद की सभा होगी।
वाद विवाद का विषय, जिन पदों का बचाव किया जाएगा साथ ही साथ प्रत्येक पद का बचाव करनेवाली टीम को सभा के समय शुरू होने से पहले पता होना चाहिए। हालाँकि, सभा के सूची में, केवल वाद विवाद विषय और पद लिखी जाती हैं, न की प्रत्येक पद का बचाव करनेवाली टीम की रचना।
यह एक अनुशंसित सभा की सूची होगी:

टीम के बोलने का अनुक्रम सभा से पहले सभा प्रमुख द्वारा रैंडम ड्रॉ द्वारा तय किया जाता हैं और वाद विवाद के मध्यस्त को दिया जाता हैं।
सभा के दिन टीम के किसी सदस्य द्वारा उपस्थित न होना वाद विवाद को रद्द करने का आधार नहीं होगा।
सभा आयोजक को यह सुनिश्चित करना चाहिए की प्रवेश और निकास मतपत्र छापा हैं और सभा के लिए उपलब्ध हैं और यह की वे पहले सभी उपस्थित लोगों को वितरित किए जाते हैं, या कम से कम उन टेबल या कुर्सियों पर रखे जाते हैं जहाँ वे बैठे होंगे, पेंसिल या पेन के साथ। प्रवेश और निकास मतपत्रों के लिए टेम्प्लट ब्रांडिंग पोर्टल पर उपलब्ध होंगे।
वाद-विवाद इस प्रकार से आगे बढ़ता हैं (सुझाए गए टाइमिंग के साथ)
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दौर का नाम
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न्यूनतम समय
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अधिकतम समय
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१
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वाद विवाद के समन्यवक द्वारा वाद विवाद का परिचय
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१
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२
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२
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प्रवेश के लिए पोल
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२
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२
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३
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टीम का परिचय और उनके पद
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१
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२
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४
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न्यायधीशों का परिचय
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२
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२
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५
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परिचयात्मक दौर
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४ x टीम
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६
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प्रश्नोत्तर का दौर
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०
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१०
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७
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क्रॉस-एग्जामिनेशन राउंड
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३ x टीम
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८
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खंडन का दौर
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३ x टीम
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९
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प्रश्नोत्तर का दौर
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०
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१०
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१०
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क्रॉस-एग्जामिनेशन राउंड
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३ x टीम
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११
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समापन करने का दौर
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३ x टीम
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१२
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निकास का पोल
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२
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२
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१३
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न्यायाधीशों का फ़ीड्बैक
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५
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७
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१४
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वाद विवाद का निष्कर्ष
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१
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१
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यह टीम की संख्या के आधार पर निम्नलिखित समय देते हैं:
टीम की संख्या
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न्यूनतम समय
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अधिकतम समय
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२
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४५ मिनट
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१ घंटा १० मिनट
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३
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१ घंटा
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१ घंटा २५ मिनट
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४
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१ घंटा २० मिनट
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१ घंटा ४० मिनट
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५
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१ घंटा ३५ मिनट
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२ घंटे
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सभा प्रमुख जब मंच पर बुलाते हैं, तब वाद विवाद मध्यस्त को वाद विवाद विषय का परिचय देते हैं और इस विषय पर संक्षिप्त पृष्ठभूमि की जानकारी प्रदान करता हैं, जैसे की यह विषय उच्चित क्यों हैं या हाल ही में क्या समाचार हैं जो इसे दिलचस्प या वाद विवाद के अनुरूप बनाता हैं। वाद विवाद के मध्यस्त उन पदों की भी गणना करता हैं जिनका बचाव किया जाएगा, उनमें से किसी पर भी टिप्पणी किए बिना और पसंद को व्यक्त किए बिना या उनमें से किसी का समर्थन किए बिना।
इस पहलू पर टीम को पेश नहीं किया जाता हैं।
Agora में हर चीज़ की तरह, हम अपनी सफलता का एक उद्देश्यपूर्ण माप प्राप्त करने का प्रयास करते हैं। एक वाद विवाद का लक्ष्य हैं - शिक्षात्मक के अलावा - अपने दृष्टिकोण के लोगों को आशवस्त करना। जैसे, सफलता का सबसे अच्छा उपाय यह हैं की क्या वास्तव में ऐसा हुआ हैं। यह दो पोल द्वारा किया जाता हैं : एक प्रवेश और एक निकास पोल।
प्रवेश के लिए पोल टीम और उनके सदस्यों के परिचय से पहले आयोजित एक गुमनाम पोल हैं, जिसका लक्ष्य दर्शकों के वास्तविक विचारों का एक स्नैपशॉट प्राप्त करने का प्रयास करना हैं, जब की प्रभाव को कम करना हैं जो यह जान सकता हैं की एक निश्चित मित्र या साथी सदस्य हैं इस या उस स्थिति का बचाव करनेवाली टीम पर। बेशक, टीम की संरचना को गुप्त नहीं रखा जा सकता हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं हैं की हमें इसके प्रभाव को कम नहीं करना चाहिए।
वाद विवाद के विषय और पदों का परिचय देने के बाद, वाद विवाद मध्यस्त उपस्थित लोगों से प्रवेश पोल भरने और उन्हें वापस सौपने को कहेंगे। इस मोड़ पर परिणाम न तो गिने जाते हैं और न ही घोषित किए जाते हैं। प्रवेश पोल में भाग लेना स्वैच्छिक हैं।

प्रवेश पोल और मतपत्रों का संग्रह २ मिनट से अधिक नहीं होना चाहिए।
प्रवेश के लिए पोल आयोजित होने के बाद, वाद विवाद के मध्यस्त टीमों, उनके सदस्य और राज्यों का परिचय देते हैं और प्रत्येक टीम किस पद का बचाव कर रहा हैं। यह अनुशंसा की जाती हैं की प्रत्येक टीम को या तो एक संख्या या एक अक्षर का नाम दिया जाए।
जब तक अव्यावहारिक ना हो, टीम के सदस्यों को एक साथ बैठना या खड़ा होना चाहिए, अन्य टीमों के सदस्यों और दर्शकों से अलग होना चाहिए। सभी टीमों को दर्शकों से दूर एक क्षेत्र साझा करना चाहिए - या तो मंच पर या कमरे के विशेष बैठने की जगह में।
वाद विवाद मध्यस्त द्वारा टीमों को पेश करने के बाद, वह पहले तैयार किए गए बोलने के अनुक्रम की घोषणा करते हैं।
टीमों का परिचय होने के बाद, और यदि वाद विवाद के न्यायाधीश हैं, तो वाद विवाद मध्यस्त बारी -बारी से उनमें से प्रत्येक जन का परिचय कराने के लिए आगे बढ़ता हैं। यदि वे क्लब के सदस्य नहीं हैं, तो वाद विवाद के मध्यस्त को उनमें से प्रत्येक और उनकी साख के बारे में भी संक्षेप में बोलना चाहिए। किसी भी परिस्थिति में वाद विवाद के मध्यस्त को यह व्यक्त नहीं करना चाहिए की वाद विवाद के मामले में वाद विवाद के न्यायाधीश का कौनसा पद हैं (यदि कोई हो तो)।
परिचयात्मक दौर के दौरान ( पारंपरिक वाद विवाद प्रणालियों में सकारात्मक या सरकारी दौर के बराबर), प्रत्येक टीम का एक प्रतिनिधि टीम की स्थिति और सहायक तर्क के बारे में समझाते हैं। प्रतिनिधि ३० सेकंड की छूट अवधि के साथ, अधिकतम ३ मिनट के लिए निर्बाध रूप से बोलता हैं।
इस भाषण के दौरान सामान्य टाइमिंग के संकेतों का उपयोग किया जाता हैं, और वाद विवाद के मध्यस्त को किसी भी वक्ता को रोक देना चाहिए जो ३:३० मिनट से अधिक समय लेते हैं ।
प्रश्नोत्तर का दौर ऐसा दौर होता हैं, जिसके दौरान वाद विवाद न्यायाधीश और दर्शक सदस्य (इस अनुक्रम में) दोनों टीमों से प्रश्न कर सकते हैं। वे एक प्रश्न के भाग के रूप में अपनी बात भी रख सकते हैं, लेकिन वाद विवाद मध्यस्त को इन्हें भाषणों में बदलने की अनुमति नहीं देनी चाहिए।
प्रत्येक प्रश्न में १ मिनट से अधिक नहीं लगना चाहिए, और प्रत्येक उत्तर में भी १ मिनट से अधिक समय नहीं लगना चाहिए। प्रश्न के लिए कोई छूट अवधि नहीं हैं, और उत्तर के लिए ३० सेकंड की छूट अवधि हैं।
न्यायाधीश सबसे पहले प्रश्न पूछते हैं, दर्शकों के साथ जब न्यायाधीश के पास कोई और प्रश्न नहीं होता हैं।
अनुवर्ती प्रश्न भी कर सकते हैं, लेकिन फिर से, वाद विवाद मध्यस्त को इन्हें पींग-पोंग मैच या संवाद में बदलने से सावधान रहना चाहिए।
दर्शकों के सदस्यों के प्रश्नों के लिए, एक या अधिक प्रश्न पूछनेवाला व्यक्ति, कार्ड उठाते हैं जिस पर टीम का नाम लिखा होता हैं जिस पर प्रश्न संबोधित किया जाता हैं और वाद विवाद के मध्यस्त द्वारा उन्हें मंच पर बुलाने की प्रतिक्षा करते हैं। सभी प्रश्न विषय के लिए उच्चित होने चाहिए, स्पष्ट रूप से बताएँ गए और एक विशिष्ट टीम द्वारा संबोधित किए जाने चाहिए।
आदर्श रूप से, टीम के नाम के साथ कार्ड के उपयोग से वाद विवाद मध्यस्त एक संतुलित प्रश्नोत्तर सत्र आयोजित करने में सक्षम होगा, प्रश्नों को वितरित करेगा ताकि सभी टीमों को समान संख्या में प्रश्न प्राप्त हों।
व्यक्ति द्वारा बोलना समाप्त करने के बाद, वाद विवाद के मध्यस्त संकेतित टीम को उत्तर देने के लिए मंच पर बुलाते हैं या प्रश्न को अस्वीकार्य घोषित कर सकता हैं और कारण बता सकता हैं।
प्रश्नोत्तर दौर या तो तब समाप्त होता हैं जब इसके लिए आवंटित समय समाप्त हो जाता हैं या जब कोई और प्रश्न नहीं होता हैं तब।
क्रॉस-एग्जामिनेशन राउंड प्रश्नोत्तर का दौर के समान का दौर हैं, और इसमें टीमों को अन्य टीमों को क्रॉस-एग्जामीन करने का मौका दिया जाता हैं।
पूछताछ का अनुक्रम बोलने के अनुक्रम से उल्टा हैं जो परिचयात्मक दौर के लिए तैयार किया गया था (ताकि यदि बोलने का अनुक्रम टीम २, टीम ३, टीम १ था, उदाहरण के लिए, क्रॉस-एग्जामिनेशन दौर के अनुक्रम टीम १, टीम ३, टीम २ होगा)।
वाद विवाद मध्यस्त बारी-बारी से अलग-अलग टीमों को मंच पर बुलाएँगे। जैसे की प्रश्नोत्तर के दौर में होता हैं, प्रश्न और उत्तर में १ मिनट से अधिक समय नहीं लगना चाहिए।
खंडन दौर (अन्य वाद विवाद प्रणालियों में नकारात्मक या विपक्ष के दौर के बराबर) एक दूसरा बोलनेवाला दौर हैं जहाँ टीम अन्य टीमों की स्थिति के ख़िलाफ बहस कर सकते हैं या अपनी स्थिति के समर्थन में अतिरिक्त बहस पेश कर सकते हैं।
इस खंड में बोलने का यंत्रिकी, टाइमिंग और अनुक्रम, परिचयात्मक दौर के समान ही हैं।
समापन दौर में, टीम अपनी अंतिम व्याख्या देते हैं।
समापन दौर के दौरान, किसी नए बहस या रुकावट की अनुमति नहीं हैं।
बोलने का अनुक्रम परिचयात्मक दौर की तरह ही हैं। प्रधानता-ताज़ा प्रभाव को संतुलित करने के लिए यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण हैं।
वाद विवाद जैसे समाप्त होता हैं, वैसे ही निकास पोल किया जाता हैं। निकास पोल और मतपत्रों का संग्रह २ मिनट से अधिक नहीं चलना चाहिए।
पिछले मामले की तरह, निकास पोल एक गुमनाम पोल हैं जो यह मापने की कोशिश करते है की क्या विभिन्न टीमों द्वारा प्रस्तुत बहस ने दर्शकों के विचारों को प्रभावित किया हैं।
निकास पोल इस बात की परवाह किए बिना किया जाता हैं की कोई अंतिम सहमति थी या नहीं। एक सहभागी केवल प्रवेश में भाग लेने का विकल्प चुन सकता हैं और निकास पोल में नहीं, केवल निकास में और प्रवेश में नहीं, दोनों में, या कोई भी नहीं।
यह निकास पोल मतपत्र का नमूना हो सकता हैं (डिज़ाइन परिवर्तन के आधिन हैं):

यदि परिणामों की गिनती और सारांश के लिए पर्याप्त समय हैं, तो दोनों पोल के परिणाम सभा के अंत में घोषित किए जाते हैं। यदि नहीं, तो उन्हें क्लब वेबपेज/ वहाट्सएप ग्रूप/ फ़ेसबुक ग्रूप/ ब्लॉग आदि पर पोस्ट किया जाता हैं। यदि क्लब में इनमें से कोई भी नहीं हैं, तो उन्हें अगली नियमित सभा की शुरूवात में घोषित किया जाता हैं।